1.
विज्ञान-प्रौद्योगिकी / अनुसंधान
•
भारत बनाएगा दुनिया का सबसे गहरा अंडरवाटर रिसर्च लैब (6000 मीटर गहराई पर)
भारत
ने घोषणा की
है कि वह
समुद्र की 6000 मीटर गहराई में
दुनिया का सबसे
गहरा Underwater Research Laboratory
स्थापित करेगा।
मुख्य विशेषताएँ:
- पहले चरण में 500 मीटर गहरा डेमो मॉड्यूल तैयार होगा, जिसमें 3 वैज्ञानिक 24 घंटे तक रहकर काम कर सकेंगे।
- लैब उच्च दाब-प्रतिरोधी टाइटेनियम और कंपोज़िट संरचना से बनेगी।
- 360-डिग्री ट्रांसपेरेंट व्यू-पैनल होंगे, जिससे वैज्ञानिक गहरे समुद्र के जीव-जन्तुओं, खनिजों और पर्यावरणीय प्रक्रियाओं का अध्ययन कर सकेंगे।
- यह परियोजना भारत के Deep Ocean Mission और Vision 2047 का हिस्सा है।
- इसका उपयोग समुद्री जैव-विविधता, दवाइयों में उपयोग होने वाले बायो-कम्पाउंड, गहरे समुद्र की भूगर्भीय गतिविधियों तथा प्राकृतिक संसाधनों की रिसर्च में होगा।
2.
अर्थव्यवस्था
/ इनोवेशन
•
भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा पेटेंट फाइलर बना
नवीनतम
आंकड़ों के अनुसार
भारत में इस
साल 64,000 से अधिक पेटेंट दाखिल
किए गए, जिससे
भारत विश्व स्तर
पर 6वें स्थान पर
पहुंच गया।
मुख्य बिंदु:
- कुल पेटेंट फाइलिंग में से लगभग 55% भारतीय (Resident) आवेदकों के थे।
- यह भारत की बढ़ती स्टार्ट-अप संस्कृति, रिसर्च इकोसिस्टम और इनोवेशन क्षमता को दर्शाता है।
- भारत ने ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (GII) में भी बड़ी छलांग लगाई है और 80 के पार रैंक से उठकर टॉप-40 में स्थान बना लिया है।
- सबसे तेजी से बढ़ने वाले पेटेंट क्षेत्रों में AI, जैव-प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स, और फार्मा शामिल हैं।
3.
सामाजिक
/ संस्कृति
/ आध्यात्मिक
•
नोएडा में ‘भारत उत्कर्ष महायज्ञ’ का शुभारंभ
नोएडा
के सेक्टर-110 के
महर्षि नगर में
16 नवंबर से 25 नवंबर तक
चलने वाला भारत उत्कर्ष महायज्ञ प्रारंभ हुआ।
इस महायज्ञ की
प्रमुख बातें:
- यज्ञ के लिए 108 कुंड स्थापित किए गए हैं।
- कुल मिलाकर 140 करोड़ आहुतियाँ देने का लक्ष्य रखा गया है।
- देशभर से बड़ी संख्या में साधु-संत, वेदाचार्य, और श्रद्धालु इसमें सहभागी हो रहे हैं।
- कार्यक्रम में राम कथा, वैदिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और आधुनिक लेजर शो भी शामिल हैं।
- आयोजन का उद्देश्य “भारत की आध्यात्मिक चेतना को जागृत करना” तथा समाज में एकता और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देना बताया गया है।


