🟩
राष्ट्रीय
(National)
- RBI ने 4 जुलाई को एक ट्रिलियन रुपये की सात‑दिवसीय वेरिएबल-रेट रिवर्स‑रेपो नीलामी की, जिससे बैंकिंग सिस्टम से अतिरिक्त तरलता को नियंत्रित करने की योजना है।
- भारतीय रिज़र्व बैंक ने ओवरनाइट ब्याज दरों को नीति कॉरिडोर में बनाए रखने के लिए आधारित तरलता प्रबंधन ऑपरेशन जारी रखा, जिससे बैंकिंग प्रणाली में स्थिरता बनी रहे ।
🌐
अंतरराष्ट्रीय
(International)
- अमेरिका ने भारत को व्यापार टैरिफ वृद्धि सूची से बाहर रखा, जिसके परिणामस्वरूप रुपये को समर्थन मिला और विदेशी निवेश का बहाव बना रहा ।
- सप्ताह समाप्त होते हुए सप्ताह के अंत तक भारत की विदेशी विनिमय भंडार गिरकर $699.74 बिलियन पर पहुँच गया, जिसमें $3.04 बिलियन का इज़ाफा नहीं हुआ।
💸
आर्थिक
(Economy & Finance)
- आरबीआई की रिवर्स-रेपो नीलामी को मुद्रा बाजार में तरलता समायोजन का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, हालांकि इससे बैंक ऋण वृद्धि पर ज्यादा असर की उम्मीद नहीं है ।
- भारत का विदेशी मुद्रा भंडार जुलाई 4 तक घटकर $699.74 बिलियन पर आ गया, यह अर्थव्यवस्था की बाहरी स्थिति का संकेत देता है