केरल में एक बार फिर निपाह वायरस ने दस्तक दी है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री के. के शैलजा ने राज्य में निपाह वायरस के पहले मामले की पुष्टि की है। दरअसल, 23 साल के एक छात्र को निपाह वायरस से संक्रमित होने के शक में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। निपाह वायरस की पुष्टि पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट में हुई है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री के. के शैलजा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हर तरह की परिस्थिति को संभालने के लिए तैयार है। हमारे पास जरूरत की सभी दवाइयों का संग्रह है। बीमारी से निपटने के लिए एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज में अलग से वॉर्ड बना दिया गया है।
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, निपाह वायरस एक नई उभरती बीमारी है। इसे 'निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस' भी कहा जाता है। यह एक तरह का दिमागी बुखार है, जिसका संक्रमण तेजी से फैलता है। संक्रमण होने के 48 घंटे के भीतर यह व्यक्ति को कोमा में पहुंचा देता है। इसकी जद में जो भी व्यक्ति आता है उसे सांस लेने में दिक्कत के साथ सिर में भयानक दर्द और तेज बुखार होता है।
कैसे फैलता है निपाह वायरस
निपाह वायरस जानवरों और इंसानों में फैलने वाला एक गंभीर संक्रमण है। यह वायरस हेंड्रा वायरस से संबंधित है। जो कि घोड़ों और इंसानों के वायरस इंफेक्शन से संबंधित है। इतना ही नहीं खजूर की खेती करने वालों को भी यह जल्द ही अपनी चपेट में ले लेता है।
क्या है निपाह वायरस और उसके लक्षण
- यह इंसान तथा जानवरों में फैलने वाला संक्रमण है।
- मनुष्यों में निपाह वायरस की वजह से ब्रेन में सूजन आ जाती है।
- बुखार, सिरदर्द, चक्कर, मानसिक भ्रम होता है।
- रोगी को सांस संबंधित समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।