मसाला बॉन्ड्स रुपए-मूल्य वाले बॉन्ड होते हैं यहाँ फंड भारतीय बाजार में विदेशी बाजार से जुटाए जाएंगे। RBI के अनुसार, कोई भी कॉरपोरेट, बॉडी कॉरपोरेट और भारतीय बैंक विदेशों में रुपी मूल्यवर्ग के बॉन्ड जारी करने के लिए पात्र है।
जबकि कंपनियां इन बॉन्ड के माध्यम से धन जुटा सकती हैं लेकिन ऐसी आय के उपयोग के लिए सीमाएं हैं।
RBI ने आदेश दिया है कि इस तरह के बॉन्ड के जरिए जुटाई गई धनराशि का उपयोग एकीकृत टाउनशिप या किफायती आवास परियोजनाओं के विकास के अलावा अन्य अचल संपत्ति गतिविधियों के लिए नहीं किया जा सकता है।
इसका उपयोग पूंजी बाजार में निवेश करने, जमीन की खरीद और अन्य संस्थाओं को उक्त गतिविधियों के लिए ऋण देने के लिए भी नहीं किया जा सकता है।
मसाला बांड की परिपक्वता
RBI के अनुसार, मसाला बॉन्ड के लिए एक वित्तीय वर्ष में 50 मिलियन अमरीकी डालर के समतुल्य परिपक्वता अवधि के लिए न्यूनतम परिपक्वता अवधि 3 साल होनी चाहिए और INR में 50 मिलियन अमरीकी डालर प्रति वित्तीय वर्ष से अधिक वाले बॉन्ड के लिए 5 साल होना चाहिए।
इस तरह के बॉन्ड का रूपांतरण बॉन्ड के जारी और निपटान के लिए किए गए लेन-देन के निपटान की तारीख को बाजार मूल्य पर होगा, जिसमें इसका रिडेम्प्शन भी शामिल है।
जैसा कि भारतीय मुद्रा में निवेश को दर्शाया जाता है, इसलिए मुद्रा में कोई भी उतार-चढ़ाव निवेशकों द्वारा उठाया जाएगा।