अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की कि वह अंतरिक्ष पर्यटन सहित व्यापार उद्यमों के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन खोलेगी। नासा ने कहा है कि 2020 से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) को पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। अंतरिक्ष में रिसर्च के अलावा अब लोग आईएसएस पर रुक भी सकेंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ISS में एक रात का किराया $35 हजार (करीब 25 लाख रुपये) होगा।
2020 के बाद से हर साल कम से कम दो मिशन होंगे।
इनमें पर्यटकों को 30 दिन तक आईएसएस पर रुकने का ऑफर दिया जाएगा।
हर साल 12 अंतरिक्ष यात्री स्पेस स्टेशन पर जा सकेंगे।
नासा की योजना को एलोन मस्क की स्पेस-एक्स और बोइंग जैसी कंपनीया अमल में लाएंगी। दोनों कंपनीया अंतरिक्ष में जाने के लिए ट्रांसपोर्ट व्हीकल तैयार कर रही हैं। स्पेस-एक्स ने हाल ही में अपने क्रू ड्रैगन कैप्सूल का टेस्ट किया था, जबकि बोइंग भी स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट टेस्ट कर रही है।
कंपनियां कॉन्टेस्ट के जरिये अंतरिक्ष यात्रा के लिए लोगों का चयन करेंगी। अभी ISS पर आने-जाने का किराया करीब 5.8 करोड़ डॉलर (402 करोड़ रुपये) रखा गया है।
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन यह एक अंतरिक्ष स्टेशन या पृथ्वी की लोअर कक्षा में रहने योग्य कृत्रिम उपग्रह है। ISS को अमेरिका और रूस ने 1998 में साझा प्रोजेक्ट के तहत बनाया था। कई अन्य देश भी बाद में इसके निर्माण में जुड़ते गए। हालांकि, ज्यादातर कंट्रोल और मॉड्यूल का खर्च अमेरिका ही उठाता है।
इसका पहला घटक 1998 में कक्षा में लॉन्च किया गया था, जिसमें पहले दीर्घकालिक निवासी नवंबर 2000 में आए थे। उस तिथि के बाद से यह लगातार निवास प्रयोग में है।