संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मसौदे के अनुसार मनुष्य के दखल के कारण करीब 10 लाख प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं।
इस रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि कैसे इंसान ने प्राकृतिक संसाधनों को कमजोर किया जिस पर उनका अस्तित्व निर्भर करता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वच्छ हवा, पेयजल, कार्बन डाइऑक्साइड सोखने वाले जंगल, पराग छिड़कने वाले कीड़े, प्रोटीन संपन्न मछली और तूफान रोकने वाले मैन्ग्रोव में तेजी से आ रही कमी जलवायु परिवर्तन से कम खतरनाक नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "पांच लाख से 10 लाख प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर है, जिनमें से कई प्रजातियां दशकों में विलुप्त हो सकती है।"
कई विशेषज्ञों का मानना है कि तथाकथित "व्यापक विलुप्तिकरण" पहले ही शुरू हो चुका है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आज पृथ्वी में करीब 80 लाख भिन्न प्रजातियों का घर है जिनमें से अधिकतर कीड़े-मकोड़े हैं।
संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र (United Nations) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसके उद्देश्य में उल्लेख है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्यरत है।
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को हुई थी।
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में 193 देश सदस्य हैं।